Thursday, 6 January 2022

त्वदीय पाद पंकजम् नमामि देवी नर्मदे ---

 त्वदीय पाद पंकजम् नमामि देवी नर्मदे ---

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मेरे एक गुरूभाई मित्र हैं जो हिन्दी फिल्मों में गीतकार और संगीत निर्देशक भी हैं, इस समय दक्षिण तट से नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। नित्य २५-३० किलोमीटर अकेले पैदल चलते हुए आज गुजरात में सरदार सरोवर बांध के पास पहुंचे हैं। वहाँ से आज उन्होंने वीडियो कॉल कर के नर्मदा जी की आरती का पूरा दृश्य दिखलाया। नित्य सायं और प्रातः दिन में दो बार वे मार्ग में आने वाले नयनाभिराम मनोरम दृश्यों के लघु वीडियो बनाकर भी भेजते रहते हैं। कल या परसों वे नर्मदा जी के मुहाने पर पहुँच कर नौका से उत्तरी तट पर पहुँच कर पूर्व दिशा में परिक्रमा पथ पर पैदल अग्रसर हो जाएँगे।
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मेरे अनेक मित्रों ने जिनमें अनेक साधू-संत भी हैं, ने नर्मदा परिक्रमा की है। मुझे इस का अवसर तो मिला लेकिन बहुत विलंब से। अब इस शरीर में अधिक पैदल चलने की सामर्थ्य नहीं है।
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एक बात जो सभी ने बताई है, वह यह है कि नर्मदा तट पर जितनी श्रद्धा और भक्तिभाव उन्होने अनुभूत किया, वैसा अनुभव विश्व में अन्यत्र कहीं भी उन्हें नहीं हुआ। इसलिए जिनमें भी श्रद्धा और भक्ति है, उन्हें जीवन में कम से कम एक बार नर्मदा परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए।
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हर नर्मदे हर !! जय माँ रेवा !! त्वदीय पाद पंकजम् नमामि देवी नर्मदे। नमामि देवी नर्मदे, नमामि देवी नर्मदे। त्वदीय पाद पंकजम् नमामि देवी नर्मदे॥
कृपा शंकर
४ जनवरी २०२२

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