Wednesday 18 July 2018

हिन्दुओ, आत्मग्लानि कराने वाले लेख न लिखें .....

आजकल अपने धर्म और आस्था के ऊपर आत्म-ग्लानि कराने वाले लेख और विडिओ बहुत अधिक आ रहे हैं| भूतकाल पर पश्चाताप करने का अब कोई लाभ नहीं है| एकमात्र कार्य जो हम कर सकते हैं वे ये हैं कि .........
(१) अपने धर्म पर हम दृढ़ रहें, अपने धर्म का पालन स्वयं करें और अपने बच्चों को धर्म की शिक्षा दें या दिलाएँ| धर्म का प्रचार करें| विधर्मियों का शुद्धिकरण कर के उन्हें बापस अपने पूर्वजों के धर्म में लायें|
(२) हिन्दू धर्म प्रचार के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास करें, जैसे .... भारत के संविधान की धारा ३०(१) जिसके अंतर्गत हिन्दू अपने बच्चों को अपने विद्यालयों में धर्म की शिक्षा नहीं दे सकते, पर मुसलमान और ईसाई अपने धर्म की शिक्षा दे सकते हैं| विद्यालयों में कुरान और बाईबिल पढाई जा सकती है पर गीता नहीं| मदरसों और कोन्वेंट्स को मान्यता प्राप्त है पर गुरुकुलों को नहीं| ऐसी हिन्दू विरोधी धाराओं को हटवाने का प्रयास करें|
(३) हिन्दू मंदिरों पर से सरकारी नियंत्रण समाप्त करवा कर हिन्दू धर्म गुरुओं की संस्थाओं का नियंत्रण मंदिरों पर हो, इसका प्रयास करें| मंदिरों का उद्देश्य धर्म का प्रचार है, न कि सरकारी लूट को प्रोत्साहन|
(४) धर्म विरोधी अधर्मी प्रचार तंत्र का विरोध करें| जैसे फिल्मों में एक हिन्दू धर्मगुरु को धूर्त, ठग और चोर दिखाते हैं, पर एक मौलवी और पादरी को सज्जन और महात्मा| ऐसे ही सारे निजी टीवी समाचार चैनलों और अंग्रेजी अखवारों के वास्तविक मालिक विदेशी चर्च हैं, जो हिन्दू विरोधी हैं| उनका समर्थन कभी भूल से भी न करें, न उन से प्रभावित हों| हिन्दू विरोधी प्रचार तंत्र बहुत अधिक शक्तिशाली है|
(५) उन सारे सेकुलर, वामपंथी और धर्मद्रोही राजनेताओं का सक्रीय विरोध और प्रतिकार करें जो हिन्दू द्रोही हैं|
(६) भारत में समान नागरिक संहिता लागू कराने का जी-जान से प्रयास करें| एक देश में एक ही क़ानून हो जो सब के लिए लागू हो| हिन्दू विरोधी कानूनों को हटवाने का पूरा प्रयास करें| वोट उसी को दें जो हिन्दूद्रोही न हो|
ऐसा कर के ही हम अपने देश और धर्म का कल्याण कर सकते हैं, आत्म-ग्लानि और हीनभावना से नहीं| भगवान धर्म की रक्षा करें पर उससे पूर्व हम स्वयं भी अपने धर्म की रक्षा करें| दूसरों की निंदा न कर के, सकारात्मक कार्य करें| सभी को शुभ कामनाएँ और नमन!
कृपा शंकर
१५ जुलाई २०१८

No comments:

Post a Comment