इस जीवात्मा को परमात्मा से किसने जोड़ रखा है?
.
यह एक मौलिक प्रश्न है जिसे कोई नहीं पूछता। मेरे और परमात्मा के मध्य में कौन सी कड़ी (Link) है? मुझे परमात्मा से किसने जोड़ रखा है?
.
वह परमात्मा की ही एक शक्ति है जो मुझे लेकर परमात्मा से पृथक हुई, और मुझे लेकर बापस परमात्मा से एक दिन मिल जाएगी। उन्होने ही मुझे परमात्मा से जोड़ रखा है।
प्राण-तत्व के रूप में जगन्माता ही हमें परमात्मा से जोड़ती है। वे ही हमारा प्राण हैं। जगन्माता के सारे सौम्य और उग्र रूप उन्हीं के हैं। उन्हीं का घनीभूत रूप कुंडलिनी महाशक्ति है। वे ही महाकाली हैं।
.
हे भगवती, हे जगन्माता, मैं आपको प्रणाम करता हूँ।
कृपा शंकर
३० जून २०२२
No comments:
Post a Comment