हम भगवान से कुछ माँगते हैं तो वह तो मिलता ही है, उसका उल्टा भी मिलता है। धन माँगोगे तो निर्धनता भी मिलेगी, स्वर्ग माँगोगे तो नर्क भी मिलेगा, यश, प्रसिद्धि, और कीर्ति माँगोगे तो अपयश, निंदा और अपकीर्ति भी मिलेगी। यह प्रकृति का नियम और एक अनुभूत सत्य है।
भगवान को क्या पता नहीं है कि आपको क्या चाहिए?
उनसे हम एक ही चीज माँग सकते हैं, और वह है -- उनका प्रेम। वे भी आपके प्रेम के भूखे हैं। परमशिव सब का कल्याण करें। ॐ तत्सत् !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१६ नवंबर २०२२। धन माँगोगे तो निर्धनता भी मिलेगी, स्वर्ग माँगोगे तो नर्क भी मिलेगा, यश, प्रसिद्धि, और कीर्ति माँगोगे तो अपयश, निंदा और अपकीर्ति भी मिलेगी। यह प्रकृति का नियम और एक अनुभूत सत्य है। भगवान को क्या पता नहीं है कि आपको क्या चाहिए?
उनसे हम एक ही चीज माँग सकते हैं, और वह है -- उनका प्रेम। वे भी आपके प्रेम के भूखे हैं। परमशिव सब का कल्याण करें। ॐ तत्सत् !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१६ नवंबर २०२२
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