Friday, 25 May 2018

भगवान तो मिले ही हुए हैं .....

भगवान तो मिले ही हुए हैं, बस शांत, मौन और एकांत में रहने का अभ्यास करो, इस से मन शांत होगा| तभी परमात्मा की उपस्थिति का आभास होगा| भगवान हमारे प्रेम के भूखे हैं, बाकी तो हमारे पास है ही क्या जो उन्हें दे सकें| शांत रहकर उन्हें प्रेम करो, कोई दिखावा या शोरगुल नहीं|

हमारी भक्ति हमारे और भगवान के मध्य का व्यक्तिगत मामला है, इसमें तीसरे व्यक्ति का क्या काम? तीसरे व्यक्ति को तो पता ही नहीं चलना चाहिए| अपनी भक्ति को गोपनीय रखें| जीवात्मा को वे स्वयं ही अपनी ओर खींच लेंगे| कुछ भी उछल-कूद, भाग-दौड़ व शोरगुल करने की आवश्यकता नहीं है|

ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
२२ मई २०१८

4 comments:

  1. मेरुदंड में सुषुम्ना नाड़ी मूलाधार से सहस्त्रार तक एक ध्यान-लिंग है. गहरे ध्यान की अनुभूति से ही इस का रहस्य समझ में आयेगा.
    ॐ ॐ ॐ

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  2. ईस्वर अंस जीव अबिनासी। चेतन अमल सहज सुख रासी॥
    सो मायाबस भयउ गोसाईं। बँध्यो कीर मरकट की नाईं॥

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  3. जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई।
    जिनके कपट, दम्भ नहिं माया, तिनके ह्रदय बसहु रघुराया।।
    जय सियाराम !

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  4. भगवान को हम सदा अपने हृदय के सिंहासन पर बिराजमान रखेंगे तो हमारे आसपास जो भी होगा वह अच्छा ही होगा.
    ॐ ॐ ॐ

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