जीवन में कुछ लोग दूसरों की अपेक्षा अधिक प्रगति करते हैं, इसके पीछे उन
सफल लोगों द्वारा जन्म-जन्मान्तरों में किये हुए परिश्रम का फल है | यह एक
जन्म की ही नहीं अनेक जन्मों की कमाई का फल होता है | कोई माने या न माने
पर कर्मफलों के हिन्दू सिद्धांत के अनुसार यह सही है | कोई व्यक्ति बहुत
बुद्धिमान होता है और कोई कम बुद्धिमान होता है .... यह भी पूर्वजन्म के
परिश्रम का फल ही है, कोई संयोग नहीं |
आध्यात्म में भी यही नियम है | जो उन्नत आत्माएँ हैं वे अपने पूर्व जन्मों में की हुई साधनाओं के कारण हैं | जो अभी परिश्रम कर रहे हैं उन्हें उनके परिश्रम का फल निश्चित रूप से भविष्य में मिलेगा | प्रकृति में यानि परमात्मा की सृष्टि में कहीं भी कोई अन्याय नहीं है, अन्याय है तो सिर्फ मनुष्य की सृष्टि में | ॐ ॐ ॐ ||
कृपा शंकर
आश्विन शु.२, वि.सं.२०७४
22/09/2017
आध्यात्म में भी यही नियम है | जो उन्नत आत्माएँ हैं वे अपने पूर्व जन्मों में की हुई साधनाओं के कारण हैं | जो अभी परिश्रम कर रहे हैं उन्हें उनके परिश्रम का फल निश्चित रूप से भविष्य में मिलेगा | प्रकृति में यानि परमात्मा की सृष्टि में कहीं भी कोई अन्याय नहीं है, अन्याय है तो सिर्फ मनुष्य की सृष्टि में | ॐ ॐ ॐ ||
कृपा शंकर
आश्विन शु.२, वि.सं.२०७४
22/09/2017
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