Wednesday 18 October 2017

कस्मै देवाय हविषा विधेम ? यह सभी की एक शाश्वत जिज्ञासा है .....

कस्मै देवाय हविषा विधेम ? यह सभी की एक शाश्वत जिज्ञासा है .....
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कस्मै देवाय हविषा विधेम ? हम किस देवता की प्रार्थना करें और किस देवता के लिए हवन करें, यजन करें, प्रार्थना करें ? कौन सा देव है,जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा कर सके, हमको शांति प्रदान कर सके , हमें ऊँचा उठाने में सहायता दे सके ? किस देवता को प्रणाम करें ? ऐसा देव कौन है ?
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अपने ह्रदय में उस परमात्मा को पाने की प्रचंड अग्नि प्रज्ज्वलित कर शिवभाव में स्थित होकर प्रणव की चेतना से युक्त हो अपने अस्तित्व की आहुतियाँ देकर प्रभु की सर्वव्यापकता और अनंतता में विलीन होकर ही हम उस जिज्ञासा को शांत कर सकते हैं | अपने सम्पूर्ण अस्तित्व का प्रभु में पूर्ण समर्पण कर उनके साथ एकाकार हो जाना ही इस जीवन यज्ञ कि परिणिति है|
ॐ ॐ ॐ ||

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