आजकल जो समाचार आ रहे हैं, वे अच्छे नहीं हैं। अब मैंने अपनी सोच ही बदल ली है। अब चाहे परमाणु युद्ध हो, या हाइड्रोजन बम फटे, या चाहे सारा विश्व ही टूट कर बिखर जाये, मुझे कोई भय नहीं है।
योगोदय (Yogodaya)
स्वयं के आध्यात्मिक विचारों की अभिव्यक्ति ही इस ब्लॉग का एकमात्र उद्देश्य है |
Wednesday, 20 November 2024
आजकल जो समाचार आ रहे हैं, वे अच्छे नहीं हैं, अब मैंने अपनी सोच ही बदल ली है ---
जो हम स्वयं हैं, वही सबसे बड़ी भेंट है जो हम किसी को दे सकते हैं ---
जो हम स्वयं हैं, वही सबसे बड़ी भेंट है जो हम किसी को दे सकते हैं ---
सर्वदा परमशिवभाव में यानि परमशिव की चेतना में रहें ---
सर्वदा परमशिवभाव में यानि परमशिव की चेतना में रहें। हम यह नश्वर मनुष्य देह नहीं, स्वयं साक्षात परमशिव हैं।
जो हम स्वयं की दृष्टि में हैं, भगवान की दृष्टि में भी वही हैं ---
जो हम स्वयं की दृष्टि में हैं, भगवान की दृष्टि में भी वही हैं। अतः निरंतर अपने शिव-स्वरूप में रहने की उपासना करें। यही हमारा स्वधर्म है।
स्वयं को विकारों से कैसे दूर रखें ?
स्वयं को विकारों से कैसे दूर रखें ?
'अपवर्ग' शब्द का क्या अर्थ होता है?
'अपवर्ग' शब्द का क्या अर्थ होता है?
Tuesday, 19 November 2024
हमारी दृष्टि हर समय अपने लक्ष्य की ओर रहे। इधर-उधर कहीं भी दृष्टि न पड़े। हमारा लक्ष्य है परमात्मा ---
मेरे में लाखों कमियाँ हैं, लेकिन भगवान ने उनकी ओर कभी ध्यान भी नहीं दिया है। मेरा अनुभव तो यह है कि भगवान हमारे में सिर्फ हमारी अभीप्सा को ही देखते हैं, अन्य बातों की ओर नहीं। वे अपनी महान आत्माओं से हमारा सत्संग भी कभी कभी करवा ही देते हैं।मेरे ही प्रिय निजात्मगण, कूटस्थ में मैं आपसे और अधिक समीप ही नहीं, आपके साथ एक हूँ। आप में और मुझ में कोई अंतर नहीं है। मैं आपके निकटतम से भी अधिक निकट, और प्रियतम से भी अधिक प्रिय हूँ। आप भी मेरे साथ एक हैं। मेरे हृदय का पूर्ण प्रेम आपको समर्पित है।