Sunday, 24 November 2024

जिन भी हिन्दू राजाओं ने मुगलों को अपना सहयोग दिया, उन्हें कुछ धन के अतिरिक्त और क्या मिला?

जिन भी हिन्दू राजाओं ने मुगलों को अपना सहयोग दिया, उन्हें कुछ धन के अतिरिक्त और क्या मिला? आमेर के मिर्जा राजा सवाई जयसिंह और उनके पुत्र राजा रामसिंह दोनों को मुगल बादशाह औरंगज़ेब ने विष देकर मरवा दिया था। यह था उनकी स्वामी-भक्ति का पुरस्कार। मध्य एशिया से आए सभी तुर्क बादशाहों ने हिन्दू राजाओं से संधि कर के उनके सहयोग से ही भारत के कुछ क्षेत्रों में अपना राज्य स्थापित किया था। उनके सहयोग के बिना वे एक दिन भी राज्य नहीं कर सकते थे।

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मध्य एशिया के इतिहास में इस्लाम के आगमन से पूर्व वहाँ हिन्दू बौद्धमत था। उससे भी पूर्व सनातन धर्म था। वर्तमान तुर्की -- तुरुष्क हिन्दू क्षत्रियों द्वारा शासित प्रदेश था।
महाभारत में जिस किरात जाति का उल्लेख है, वह ही अब मंगोल जाति कहलाती है। मंगोल राजा चंगेज़ खान और उसका पोता राजा कुबलई खान दोनों ही महान हिन्दू सम्राट थे। चंगेज़ खान का वास्तविक नाम गंगेश हान था, और उसके पोते कुबलई खान का वास्तविक नाम कैवल्य हान था। हान एक सम्मानसूचक उपाधि हुआ करती थी। "हान" शब्द का अपभ्रंस ही "खान" है। भगवान श्रीकृष्ण का एक नाम "कान्ह" है। कान्ह से अपभ्रंस होकर हान शब्द बना, और हान का अपभ्रंस खान हुआ। सभी मंगोल शासक अपने नाम के साथ सम्मानसूचक उपाधि "हान" लगाते थे।
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हिंदुओं के बौद्ध मत ने "अहिंसा" पर बहुत अधिक जोर दिया। अहिंसा नकारात्मक हो गई। शत्रु का बिलकुल भी प्रतिरोध न करने को अहिंसा मान लिया गया। लोगों ने शत्रु से अपने सिर कटवा दिये, या मतांतरित हो गए, लेकिन उनका प्रतिरोध नहीं किया, यही हिंदुओं के पतन का सर्वोपरि मुख्य कारण था।
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आज अहोम (असम) साम्राज्य के सेनानायक परमवीर योद्धा श्री लचित बोरफुकन की जयंती है। उनकी स्मृति को नमन !!
कृपा शंकर
२४ नवंबर २०२३
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पुनश्च: :-- पिछले डेढ़ हजार वर्षों में एक हिन्दू सम्राट कुबलई खान (कैवल्य हान) से अधिक पराक्रमी राजा इस पृथ्वी पर कोई अन्य नहीं हुआ। उसने बौद्ध मत अपना लिया था। उसकी एक ऐतिहासिक भूल से मंगोल साम्राज्य का पतन हो गया था। पृथ्वी के २०% भाग पर उसका साम्राज्य था। उसका साम्राज्य पूर्व में कोरिया से लेकर पश्चिम में कश्यप सागर तक, और उत्तर में साईबेरिया की बाईकाल झील से लेकर दक्षिण में विएतनाम तक था। चीनी लिपि का आविष्कार उसी ने करवाया था। उसी ने तिब्बत के प्रथम दलाई लामा को नियुक्त किया था। मार्को पोलो उसी के समय चीन गया था।

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