साधना के मार्ग पर कई बार असफलता मिलती है और पतन हो जाता है| जब भी होश
आये तब दुगुणे उत्साह से फिर दुबारा अपने मार्ग पर चल पड़ें| असफलता भी कभी न
कभी सभी को मिलती है| बाहर की विपरीत परिस्थितियों से निराश नहीं होना
चाहिए| परमात्मा से तो सदा ही जुड़े रहें| सफलता और असफलता दोनों में ही सम
भाव से परमात्मा को याद रखें|
इस बारे में हनुमान जी हमारे आदर्श हैं| उन्होंने कभी भी भगवान को नहीं भूला अतः सदा सफल रहे| वे अब तक के सारे ज्ञात इतिहास और साहित्य के सर्वाधिक और सदा सफल पात्र रहे हैं जिन्हें किसी भी काम में कभी भी कोई असफलता नहीं मिली| वे सदा पूज्य हैं|
८ नवंबर २०१९
इस बारे में हनुमान जी हमारे आदर्श हैं| उन्होंने कभी भी भगवान को नहीं भूला अतः सदा सफल रहे| वे अब तक के सारे ज्ञात इतिहास और साहित्य के सर्वाधिक और सदा सफल पात्र रहे हैं जिन्हें किसी भी काम में कभी भी कोई असफलता नहीं मिली| वे सदा पूज्य हैं|
८ नवंबर २०१९
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