Saturday, 7 December 2019

भगवान का नाम और पता :-----

भगवान का नाम और पता :-----

निश्चित रूप से भगवान का नाम और पता भी है, पर यह स्वयं को ही ढूँढना पड़ता है, दूसरा कोई बता सकता है तो मुझे पता नहीं| एक सद्गुरु मार्ग तो बता सकता है, पर चलना तो स्वयं को ही पड़ता है| कहीं जाने के लिए एक मार्ग-दर्शिका की आवश्यकता पड़ती है| भारतीय संस्कृति में इस विषय पर खूब चर्चा हुई है| सारे उपनिषद और श्रीमद्भगवद्गीता इसी की चर्चा से भरे पड़े हैं| मेरी दृष्टि में सार रूप में गीता ही सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शक ग्रंथ है| जिस व्यक्ति में सतोगुण प्रधान है उसे गीता में ज्ञान और भक्ति मिलेगी, रजोगुण प्रधान को कर्म, और तमोगुण प्रधान को कुछ भी नहीं मिलेगा| अतः सत्संग और भक्ति आवश्यक है, तभी अच्छे गुण आयेंगे|
हिन्दी भाषा में भक्ति का सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ गोस्वामी तुलसीदास कृत 'रामचरितमानस' है, पर तमोगुणी व्यक्ति को वह भी समझ में नहीं आयेगा| तमोगुण से मुक्त तो होना ही पड़ेगा|
१ नवंबर २०१९

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