मौन-साधना ---
Friday, 25 April 2025
मौन-साधना ---
माओवाद यानि नक्सलवाद को एक दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति से समाप्त किया जा सकता है ---
माओवाद यानि नक्सलवाद को एक दृढ़ राजनीतिक इच्छा शक्ति से समाप्त किया जा सकता है| इसमें राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठना पडेगा| सभी शासकों को पता है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं| इस कार्य के लिए विशेषज्ञ भी हैं और अनुभवी व्यक्ति भी| पर राजनीतिक स्वार्थ आड़े आ जाते हैं|
मैं मेरे प्रभु के साथ एक हूँ। चाहे सारा ब्रह्मांड टूट कर बिखर जाये, वे मुझे अपने साथ ही रखेंगे, कभी मेरा साथ नहीं छोड़ेंगे।
भगवान की सुनूँ या स्वयं की? ---
भगवान की सुनूँ या स्वयं की? --- भगवान एक बहुत गहरी बात कह रहे हैं जो समझने में बहुत कठिन है। लेकिन उसे सुनना भी पड़ेगा और उस का अनुसरण भी करना ही होगा ---
हम सब को भगवान से बहुत प्यार है। हम सब भगवान को जानना चाहते हैं, लेकिन जान नहीं पाते, इसका क्या कारण है? भगवान को जानना हमारी बौद्धिक क्षमता से परे क्यों हैं?
इस प्रश्न का उत्तर गीता में भगवान ने अनेक बार अनेक स्थानों पर दिया है। भगवान की परम कृपा से मेरे जैसा अल्पज्ञ भी अंधों में काणा राजा बनकर ज्ञान की बातें लिखता रहता है। भगवान ने अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ी है। मुझे भी भगवान ने अपनी करुणावश, मेरी बुद्धि में स्पष्टता और सच्चिदानंद की अनुभूतियाँ अनेक बार मुझे प्रदान की हैं। किसी भी तरह का कोई संशय मुझ में भगवान ने नहीं छोड़ा है। जब मेरे जैसा अल्पज्ञ भी संतुष्ट है तो आप तो बहुत बड़े बड़े ज्ञानी लोग हैं।



प्रतिबिंब पर दोषारोपण मत करो ---
रामनाम का बैंक आपको लाख गुणा फल देता है ----
== खेचरी मुद्रा == (भाग २)
== खेचरी मुद्रा ==
अक्षय तृतीया समस्त मानवता के लिए मंगलमय हो --- .
अक्षय तृतीया समस्त मानवता के लिए मंगलमय हो ---