Saturday, 7 December 2019

रूप चतुर्दशी/ नर्क चतुर्दशी/ छोटी दीपावली की मंगलमय शुभ कामनाएँ ......

रूप चतुर्दशी/ नर्क चतुर्दशी/ छोटी दीपावली की मंगलमय शुभ कामनाएँ ......
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आज के दिन छोटी दीपावली है जिसे "रूप-चतुर्दशी" और "नर्क चतुर्दशी" भी कहते हैं| आज के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर उबटन लगा कर स्नान करने का विधान है| स्नान करते समय स्नानघर में एक दीपक भी जलाया जाना चाहिए| कहीं कहीं उबटन के स्थान पर तिल के तेल की मालिश और पानी में चिरचिरी के पत्ते डालकर नहाते हैं| कुछ वर्षों पूर्व तक उबटन लगाते समय गड़तुंबा का फल भी पास में रखते थे| गड़तुंबा अत्यधिक कड़वा होता है और सारी नकारात्मक ऊर्जा को अपने भीतर ले लेता है| आजकल तो गड़तुंबा कहीं दिखाई ही नहीं देता| स्नान के पश्चात भगवान श्रीकृष्ण की उपासना की जाती है| ऐसा करने से पापों का नाश होता है और रूप व सौंदर्य की प्राप्ति होती है| इसलिए इसे रूप चौदस भी कहते हैं| महिलाएँ इस दिन सौलह शृंगार करती हैं|
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आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी पत्नी सत्यभामा के साथ मिलकर नरकासुर नामक राक्षस का बध किया था| नरकासुर को किसी स्त्री के हाथों ही मरने का वरदान प्राप्त था| युद्ध करते करते भगवान श्रीकृष्ण मूर्छित हो गए थे तब सत्यभामा ने उस राक्षस से भयानक युद्ध आरंभ किया और अपने बाणों से उसका बध कर दिया| नरकासुर ने सौलह हजार स्त्रियों को अपना बंदी बना रखा था| वे स्वतंत्र हुईं| अतः इस दिन को नर्क चतुर्दशी भी कहते हैं| प्रातः स्नान कर इसीलिए भगवान श्रीकृष्ण की उपासना की जाती है|
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पुनश्च: रूप चतुर्दशी/ नर्क चतुर्दशी/ छोटी दीपावली की मंगलमय शुभ कामनाएँ| भगवान श्रीकृष्ण सभी का कल्याण करें|
ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
२६ अक्तूबर २०१९

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