Saturday, 19 October 2019

इस्लाम के नाम पर जिहाद की धमकी .....

इस्लाम के नाम पर जिहाद की धमकी ..... पाकिस्तान की नई रणनीति है जिसमें उसे तुर्की और मलेशिया का समर्थन प्राप्त है| अन्य किसी भी इस्लामी देश ने पाकिस्तान का साथ नहीं दिया है| पहले पाकिस्तान आणविक युद्ध की धमकी देकर भारत को डराता था जिस से काँग्रेस की सरकारें दब जाती थीं| पर वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को दबाना असंभव है| मैंने तुर्की की भूतकाल की सल्तनत-ए-उस्मानिया और खिलाफ़त का इतिहास पढ़ा है और तुर्की व मलेशिया दोनों देशों का भ्रमण भी किया है व उन्हें अच्छी तरह समझता हूँ|
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तुर्की के अपने पड़ोसी देशों .... ग्रीस व आर्मेनिया से तो बहुत अधिक कटु संबंध हैं ही, अज़रबेजान, बुल्गारिया, जॉर्जिया, ईरान, इराक, सीरिया व साइप्रस से भी संबंधों में कोई मधुरता नहीं है| भारत के प्रधाननमंत्री का आर्मेनिया के राष्ट्रपति से अमेरिका में मिलना तुर्की की दुखती नब्ज पर हाथ रखना और उसे अपनी औकात दिखाना था| तुर्की का महत्व उसकी महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति से ही है| वहाँ का बासफ़ोरस जलडमरूमध्य और दर्रादानिएल का समुद्री क्षेत्र बड़ा महत्वपूर्ण है| तुर्की में न तो खिलाफत कभी बापस आ सकती है और न वह मुस्लिम विश्व का प्रमुख अब बन सकता है| भारत का वह कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता|
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मलेशिया भी भारत का कुछ नहीं बिगाड़ सकता| उसे अपने व्यापार के लिए भारत की आवश्यकता बहुत अधिक है| मलेशिया में कट्टरपंथी इस्लामी सरकार है| वहाँ चीनी और भारतीय मूल के लोग बहुत हैं| चीन के साथ उसके सम्बन्धों में बहुत अधिक कटुता है|
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पाकिस्तान सोचता है कि इस्लामी देशों में सिर्फ वही अणुबम रखता है अतः इस्लामी देश उसे अपना नेता बना लेंगे, पर कोई भी देश उसे घास नहीं डाल रहा है| भारत की वर्तमान पाकिस्तान संबंधी नीति बहुत अच्छी है| पाकिस्तान को भारत ने एक भिखारी देश बना दिया है| अतः भारत को पाकिस्तान से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है|
कृपा शंकर
२ अक्टूबर २०१९

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