Thursday, 15 July 2021

मेरे इष्ट कौन हैं? ---

 मेरे इष्ट कौन हैं? ---

.
नारायण !! "मैं" जिन के प्रकाश से प्रकाशित हो रहा हूँ, मुझे जिनके द्वारा "मैं" का, मेरे होने का, मेरे स्वयं के अस्तित्व का, जो बोध हो रहा है, वे सच्चिदानंद ही परमशिव हैं, वे ही नारायण हैं, और वे ही परमब्रह्म हैं। वे ही मेरे इष्ट देवता हैं। मैं उनके साथ एक, उनकी ही अभिव्यक्ति हूँ। कहीं कोई भेद नहीं है। नारायण !! नारायण !! नारायण !!
.
अब इस संसार में प्राप्त करने योग्य अन्य कुछ भी नहीं है। जब उन से परिचय हो गया है, जब उन्होने मुझे एक निमित्त मात्र बना दिया है, जिन की परम कृपा ने जन्म-जन्मांतरों के मेरे सारे पाप-कल्मष नष्ट कर दिये हैं, फिर अन्य और क्या चाहिए?
"तस्मात्सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युध्य च। मय्यर्पितमनोबुद्धिर्मामेवैष्यस्यसंशयम्॥"
.
ॐ तत्सत् !! ॐ स्वस्ति !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
६ मई २०२१

No comments:

Post a Comment