होली की दारुण रात्रि की तैयारी अभी से करें .....
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सर्वप्रथम भगवान नृसिंह और भक्त प्रहलाद को नमन| उन की परम कृपा मुझ अकिंचन पर निरंतर बनी रहे| भगवान नृसिंह ने जिस तरह हिरण्यकशिपु को अपनी गोद में लेटाकर उसका वक्षस्थल विदीर्ण कर दिया था, वैसे ही वे मेरे लोभ व अहंकार रूपी हिरण्यकशिपु को मार डालें| कुछ बचे तो उन का प्रेम ही बचे, बाकी सब नष्ट हो जाये| असत्य का जो आवरण मुझे परमात्मा से दूर रखे हुए है, वह आवरण, इस नश्वर देह का बोध और इसकी चेतना भी नष्ट हो जाए| हमारे राष्ट्र भारतवर्ष के भीतर और बाहर के सभी शत्रुओं का नाश हो| भारतवर्ष में कहीं भी असत्य का अंधकार न रहे|
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सर्वप्रथम भगवान नृसिंह और भक्त प्रहलाद को नमन| उन की परम कृपा मुझ अकिंचन पर निरंतर बनी रहे| भगवान नृसिंह ने जिस तरह हिरण्यकशिपु को अपनी गोद में लेटाकर उसका वक्षस्थल विदीर्ण कर दिया था, वैसे ही वे मेरे लोभ व अहंकार रूपी हिरण्यकशिपु को मार डालें| कुछ बचे तो उन का प्रेम ही बचे, बाकी सब नष्ट हो जाये| असत्य का जो आवरण मुझे परमात्मा से दूर रखे हुए है, वह आवरण, इस नश्वर देह का बोध और इसकी चेतना भी नष्ट हो जाए| हमारे राष्ट्र भारतवर्ष के भीतर और बाहर के सभी शत्रुओं का नाश हो| भारतवर्ष में कहीं भी असत्य का अंधकार न रहे|
इस सुअवसर का सदुपयोग करें और समय इधर उधर नष्ट करने की बजाय आत्मज्ञान ही नहीं बल्कि धर्म और राष्ट्र के अभ्युदय के लिए भी साधना करें| एक विराट आध्यात्मिक शक्ति के जागरण की हमें आवश्यकता है| यह कार्य हमें करना ही पड़ेगा| अन्य कोई विकल्प नहीं है|
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पुनश्चः आप सब को नमन और होली की शुभ कामनाएँ| ॐ तत्सत् ||
कृपा शंकर
५ मार्च २०२०
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पुनश्चः आप सब को नमन और होली की शुभ कामनाएँ| ॐ तत्सत् ||
कृपा शंकर
५ मार्च २०२०
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