जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा, करहु सो बेगि दास मैं तोरा .....
भगवान हमें बुरे विचारों और बुरी संगत से बचायें| सुना था कि मनुष्य के रूप में जन्म मिलना बड़ा दुर्लभ है| पर आजकल तो बड़ा सुलभ हो गया है| ये ८४ लाख वाला चक्र अब समाप्त हो गया लगता है| समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर समाज को भ्रमित रखने के लिए बहुत सारे असुरों ने जन्म ले लिया है| इनका आनन्द सिर्फ नशा और सेक्स ही होता है| ये दूसरों के दुःख में सुखी और दूसरों के सुख में दुःखी होते हैं| लोगों में असंतोष को जन्म देकर उनमें द्वेष पैदा करना इनका स्वभाव होता है| धर्म से लोगों को विमुख करना और अन्याय का समर्थन, इनका मनोरंजन होता है| ये बड़े शक्तिशाली लोग हैं| इन से से दूर रहने में ही कल्याण है| भगवान हम सब की रक्षा करें|
५ मार्च २०२०
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