आजकल खूब भयानक गर्मी पड़ रही है, अपनी रक्षा स्वयं करें ---
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(१) जब तक कोई अति आवश्यक कार्य न हो तब तक बाहर धूप में न निकलें। धूप से और गरम हवा से बचें, कहीं लू न लग जाये। जब तापमान सामान्य से अधिक होता है तब उसके प्रभाव से जो गर्म हवा चलती है उसे लू कहते हैं। यह प्राण-घातक होती है। इससे बचें। घर से बाहर निकलते समय सिर को ढक कर रखें, पानी पी कर ही घर से निकलें, साथ में पीने का पानी अवश्य रखें। प्यास लगते ही खूब पानी पी लें। लू लगना (Sun Stroke) एक मेडिकल आपत्काल (Medical Emergency) है, जिसमें मृत्यु भी हो सकती है। शरीर के हर अंग को लू से बचाकर रखें, इसके लिए सफ़ेद सूती वस्त्र पहिनें और सिर गर्दन आदि को एक सूती वस्त्र से ढँक लें। ज़रा सी भी बेचैनी होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें।
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(२) राजस्थान का पेय "राबड़ी" गर्मियों में लू से रक्षा करता है। इसमें दो ही घटक होते हैं -- छाछ और बाजरे का आटा। कहीं कहीं मक्के या जौ के आटे का भी प्रयोग होता है। इसे बनाने की विधि गूगल पर उपलब्ध है। राजस्थान और हरियाणा की हरेक गृहिणी को राबड़ी बनानी आती है। हमारे घर पर गर्मियों में नित्य छाछ और जौ के आटे से बनाई राबड़ी का सेवन करते हैं।
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(३) बील का शरबत, नीबू की शिकंजी, कच्चे आम का पना, नारियल का पानी, और प्याज का सेवन (दवा के रूप में) इस मौसम में लाभदायक है। खूब पानी पीते रहें। भूल से भी कोकाकोला, पेप्सी, थम्सअप आदि न पीयें, इनको पीना अपनी मृत्यु को निमंत्रित करना है। इस मौसम में प्याज का सेवन अधिकांश लोग करते हैं, यह गर्मी से रक्षा करता है।
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(४) ज़रा सी भी बेचैनी होने पर चिकित्सक की सलाह लें। धन्यवाद !
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