भारत के विभाजन का किसी को क्या अधिकार था? क्या इसके लिए कोई जनमत संग्रह करवाया गया था? जो लोग इसके लिए जिम्मेदार थे वे अब तक तो नर्कगामी हो गए होंगे, पर उन को दिये गए सभी सम्मान बापस लिए जाएँ, और उनकी आधिकारिक रूप से सार्वजनिक निंदा की जाये| उन के कारण ३५ लाख से अधिक निर्दोष लोगों की हत्याएँ हुईं, करोड़ों लोग विस्थापित हुए, और लाखों महिलाओं और बच्चों पर दुराचार हुए| विभाजन के लिए जिम्मेदार लोग मनुष्य नहीं, साक्षात नर-पिशाच हत्यारे थे|
ऐसे ही कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं पर भयावह अत्याचार कर के उनको वहाँ से निष्काषित करने वाले नर-पिशाच राजनेताओं, सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों, हत्यारों, बलात्कारियों, धमकाने वालों, हिंदुओं के मकानों पर कब्जा करने वालों, व अन्य अत्याचारियों पर देर से ही सही पर प्राथमिकियाँ दर्ज हों| उस समय अपराधियों पर कार्यवाई न करने वाले मन्त्रियों और अफसरों पर भी प्राथमिकियाँ दर्ज हों| उन हत्यारों व अत्याचारियों के विरुद्ध अब तक कोई कारवाई क्यों नहीं हुई है?
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