शैतान है और हर समय हमारे पीछे पड़ा रहता है .....
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शैतान की परिकल्पना झूठी नहीं है | शैतान एक सत्य है जो हर समय हमारे पीछे पीछे रहता है | उससे बचना हमारा दायित्व है | शैतान एक सर्वव्यापी सचेतन आसुरी शक्ति है जो हमें सत्य से दूर रखती है |
शैतान हमें अधोमुखी और निरंतर पतन की और धकेलने वाली शक्ति है जो सर्वप्रथम काम वासना के रूप में, फिर लोभ के रूप में, फिर राग-द्वेष और अहंकार के रूप में स्वयं को व्यक्त करती है |
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शैतान की परिकल्पना झूठी नहीं है | शैतान एक सत्य है जो हर समय हमारे पीछे पीछे रहता है | उससे बचना हमारा दायित्व है | शैतान एक सर्वव्यापी सचेतन आसुरी शक्ति है जो हमें सत्य से दूर रखती है |
शैतान हमें अधोमुखी और निरंतर पतन की और धकेलने वाली शक्ति है जो सर्वप्रथम काम वासना के रूप में, फिर लोभ के रूप में, फिर राग-द्वेष और अहंकार के रूप में स्वयं को व्यक्त करती है |
अब हम उसे समझें या न समझें यह हमारी स्वयं की समस्या है |
ॐ तत्सत ! ॐ ॐ ॐ ||
ॐ तत्सत ! ॐ ॐ ॐ ||
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