Wednesday, 3 September 2025

श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः ---

 श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः --- वास्तव में सत्यनिष्ठा से देखा जाये तो इस संसार में सबसे अधिक सुंदर और सबसे अधिक प्रिय कुछ है तो वे गुरु-महाराज के चरण-कमल हैं। एक बार उनके दर्शन हो जायें तो अन्य कुछ देखने का मन नहीं करता। यह एक अति गूढ और गोपनीय आध्यात्मिक विषय है जिस पर कुछ भी लिखने के लिए बहुत अधिक समय चाहिए। भगवान से प्रेरणा मिलेगी तो फुर्सत से इस विषय पर लिखूंगा। .

चिदाकाश (चित्त रूपी आकाश) में स्वयं की अनंतता का ध्यान करो। वह अनंतता ही हमारा वास्तविक रूप है। हमारे गुरु हम से पृथक नहीं हो सकते, वे हमारे साथ एक हैं। वे हमारा सारा अज्ञान धीरे धीरे हर लेंगे, वे हरिः हैं, वे ही मुक्ति के द्वार हैं।
हरिः ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
३ सितंबर २०२१

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