Wednesday, 9 April 2025

नारायण नारायण नारायण !! अपना परम आदर्श मैं किसे कहूँ? ---

 नारायण नारायण नारायण !! अपना परम आदर्श मैं किसे कहूँ? ---

.
मेरे परम आदर्श एक ही हैं, और वे हैं मेरे प्रेमास्पद -- जिन से मुझे पूर्ण प्रेम है। मुझे प्रेम है ज्योतिषाम्ज्योति सर्वव्यापक सर्वस्व अनंत परमात्मा से। उनका अस्तित्व ही मेरा अस्तित्व है। वे ही परमशिव हैं, वे ही महाविष्णु हैं और वे ही पारब्रह्म परमात्मा हैं। उनकी चेतना से नीचे उतरना स्वयं को पतित करना है। वे ही यह सारी सृष्टि हैं। मैं यह देह नहीं सर्वव्यापी परमात्मा की अनंतता और उससे परे हूँ। स्वयं परमात्मा ही यह "मैं" बन गए हैं।
.
ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः ।
भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः॥
पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमा गतिः।
अव्ययः पुरुष: साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च॥ (विष्णु सहस्त्रनाम)
ॐ तत्सत् !!
कृपा शंकर
१० अप्रेल २०२३

No comments:

Post a Comment