Wednesday, 9 April 2025

अन्तर्मन की पीड़ा ---

 अन्तर्मन की पीड़ा:--

यह उन जिज्ञासुओं के अन्तर्मन की पीड़ा को है जो भगवान की उपासना करना तो चाहते हैं, पर अपने व्यक्तित्व की किसी कमी के कारण आध्यात्म पथ के पथिक नहीं हो पा रहे हैं|
उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है| अगले जन्मों में उन्हें फिर अवसर मिलेगा| घर-परिवार के लोगों की नकारात्मक सोच, गलत माँ-बाप के यहाँ जन्म, गलत पारिवारिक संस्कार और गलत वातावरण ... उन्हें कोई साधन-भजन नहीं करने देता| घर-परिवार के मोह के कारण ऐसे जिज्ञासु बहुत अधिक दुखी रहते हैं| इस जन्म में नहीं तो अगले जन्म में निश्चित ही उन्हें आध्यात्मिक प्रगति का अवसर मिलेगा|
१० अप्रेल २०२०

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