पूरा भारत ही शिव-शक्ति का रूप है जहाँ ५२ शक्तिपीठ और १२ ज्योतिर्लिंग हैं| भारत विश्वगुरु है क्योंकि परमात्मा की सर्वाधिक व सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्तियाँ भारतवर्ष में ही हुई हैं| यहाँ महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज, हरिहर राय और बुक्क राय जैसे अनगिनत लाखों वीरों ने जन्म लिया है| वैसे वीर विश्व में अन्यत्र कहीं भी नहीं जन्मे हैं| आध्यात्मिक रूप से भारत को ऐकात्मकता के सूत्र में बांधने का काम सबसे अधिक आचार्य शंकर, गुरु गोरखनाथ और गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज जैसे महापुरुषों ने किया है| सिखों के १० गुरुओं में से ७ तो भगवान् राम के बड़े पुत्र कुश के वंशज थे तथा बाकी ३ छोटे पुत्र लव के वंशज थे| गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज ने जैसा त्याग और वीरता का उदाहरण प्रस्तुत किया है वैसा विश्व के इतिहास में कहीं भी नहीं है| मैं भारत माँ को नमन करता हूँ| माँ, ऐसे और अनेक वीरों को जन्म दे| भारत माता की जय | वंदे मातरं | ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ ||
कृपा शंकर
६ जनवरी २०२०
कृपा शंकर
६ जनवरी २०२०
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