पता नहीं वह दिन भारत में कब आयेगा ...
जब शैशव काल से ही बच्चों को सिखाया जाएगा कि तुम ब्रह्मरूप हो, परमात्मा के अमृतपुत्र हो, परमात्मा से खूब प्रेम करो आदि आदि ?
बच्चों को वेदविरुद्ध शिक्षा नहीं दी जायेगी, बालक को बचपन से ही भगवान से प्रेम करने व भगवान का ध्यान करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा ?
एक शाश्वत प्रश्न सभी में जागृत होगा कि हम भगवान को प्रिय कैसे बनें ?
बच्चों को वेदविरुद्ध शिक्षा नहीं दी जायेगी, बालक को बचपन से ही भगवान से प्रेम करने व भगवान का ध्यान करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा ?
एक शाश्वत प्रश्न सभी में जागृत होगा कि हम भगवान को प्रिय कैसे बनें ?
जब ऐसा होगा तभी देश का उद्धार होगा| तभी देश में सभी नवयुवक और नवयुवतियाँ उच्च चरित्रवान होंगे ? पता नहीं इस जीवन काल में यह देख पायेंगे या नहीं ?
ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
०९ जनवरी २०१८
०९ जनवरी २०१८
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