जिन्हें मूर्ति पूजा से विरोध है वे स्वयं मूर्ति पूजा न करें, पर
उन्हें क्या पीड़ा होती है जब अन्य श्रद्धालू मूर्ति पूजा करते हैं ? उन्हें
अन्य किसी की आस्था पर प्रहार करने का कोई अधिकार नहीं है| ऐसे ही अन्य कई
मतावलंबी हैं जिन्होनें हिन्दुओं का मत परिवर्तन करने का ठेका ले रखा है,
कुछ ने तो हिंसा द्वारा और कुछ ने धूर्तता द्वारा| ये धूर्तता वाले अधिक
खतरनाक हैं|
हमारी अस्मिता पर प्रहार हो रहे हैं| अपने स्वधर्म और स्वाभिमान की हमें रक्षा करनी ही होगी| यह तभी संभव है जब पहले हम स्वयं अपने स्वधर्म का पालन करें| स्वधर्म का पालन ही हमारी रक्षा करेगा | तभी भगवान हमारा साथ देंगे| ॐ ॐ ॐ ||
कृपा शंकर
आश्विन शु.२, वि.सं.२०७४
22/09/2017
हमारी अस्मिता पर प्रहार हो रहे हैं| अपने स्वधर्म और स्वाभिमान की हमें रक्षा करनी ही होगी| यह तभी संभव है जब पहले हम स्वयं अपने स्वधर्म का पालन करें| स्वधर्म का पालन ही हमारी रक्षा करेगा | तभी भगवान हमारा साथ देंगे| ॐ ॐ ॐ ||
कृपा शंकर
आश्विन शु.२, वि.सं.२०७४
22/09/2017
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