Thursday, 5 September 2019

भारत का स्वतन्त्रता दिवस :----

भारत का स्वतन्त्रता दिवस :----
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व्यक्तिगत रूप से मेरा यह मानना है कि हमें स्वतन्त्रता दिवस ३० दिसंबर को मनाना चाहिए, १५ अगस्त को नहीं, क्योंकि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने अपनी 'आजाद हिन्द फौज' व जापानी सेना की सहायता से ३० दिसंबर १९४३ को भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को अंग्रेजों के अधिकार से मुक्त करा कर उसी दिन यानि ३० दिसंबर १९४३ को ही पोर्ट ब्लेयर के जिमखाना मैदान में सर्वप्रथम तिरंगा फहराया था| नेताजी ने अंडमान व निकोबार का नाम बदल कर शहीद और स्वराज रख दिया था| स्वतंत्र भारत की घोषणा कर के स्वतंत्र भारत की सरकार भी नेता जी ने बना दी थी, जिसे विश्व के अनेक देशों ने मान्यता दे दी थी| वहाँ पूरे एक वर्ष से अधिक समय तक आजाद हिन्द फौज का शासन रहा| नेताजी की संदेहास्पद तथाकथित मृत्यु के पश्चात अंग्रेजों ने आजाद हिन्द फौज से वहाँ का शासन बापस छीन लिया| पर भारत के एक महत्वपूर्ण बड़े भाग को अंग्रेजों से मुक्त कराने और सबसे पहिले तिरंगा फहराने का श्रेय नेताजी सुभाष बोस को ही जाता है| यह सभी भारतीयों के साथ एक अन्याय है कि दुर्भावनावश इस सत्य को इतिहास की पुस्तकों से छिपा दिया गया|
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१५ अगस्त को अंग्रेजों ने अपनी मजबूरी में सत्ता का हस्तांतरण किया था, कोई स्वतन्त्रता नहीं दी थी| खंडित भारत को जो तथाकथित आज़ादी मिली, वह भी किस कीमत पर? देश के टुकड़े कर दिये गए, करोड़ों लोग विस्थापित हुए, लाखों लोगों की हत्याएँ हुईं और हजारों महिलाओं के साथ दुराचार हुआ| बहुत सारी बातें हैं जो लिखी नहीं जा सकतीं| काश ! हमें स्वतन्त्रता 'आज़ाद हिन्द फौज' द्वारा मिलती !!!
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भारत माता की जय ! वन्दे मातरं ! ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
१२ अगस्त २०१९


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