Saturday, 31 May 2025

एक दुर्धर्ष आध्यात्मिक शक्ति -- भारत के उत्थान में कार्यरत हो चुकी है, जिसे रोकने का सामर्थ्य किसी में भी नहीं है।

मेरी जागृत अंतश्चेतना और अंतःप्रभा मुझे बार-बार आश्वस्त कर रही हैं कि एक दुर्धर्ष आध्यात्मिक शक्ति -- भारत के उत्थान में कार्यरत हो चुकी है, जिसे रोकने का सामर्थ्य किसी में भी नहीं है।
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असत्य और अंधकार की शक्तियों का पराभव, धर्म की पुनःप्रतिष्ठा और वैश्वीकरण सुनिश्चित हैं। गुरुकृपा से मुझे पूरा मार्गदर्शन मिल रहा है, जिसका अनुसरण मुझे ही करना है।
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अनंत मंगलमय शुभ कामनाएँ !! ॐ तत्सत् !! ॐ स्वस्ति !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
३१ मई २०२३

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