Saturday, 24 May 2025

एक नये युग का आरंभ हो चुका है ---

 एक नये युग का आरंभ हो चुका है ---

कोई मेरी इस बात को माने या न माने, लेकिन यह सत्य है कि एक नये युग का आरंभ हो चुका है। एक अति प्रबल सकारात्मक शक्ति हमें परमात्मा की ओर खींच रही है। दूसरी नकारात्मक शक्ति हमें परमात्मा से दूर ले जा रही है। यह विकल्प हमारे ऊपर है कि हम किस का साथ दें।
यह मैं अपनी अनुभूतियों से कह रहा हूँ कि इस युग में थोड़ी सी साधना भी बहुत अधिक फल देगी। हमारा लक्ष्य सत्यनिष्ठा से परमात्मा को पूर्ण समर्पण है। हम सब परमात्मा को उपलब्ध हों, यही मेरी शुभ कामना है। आप सब में मैं प्रभु को नमन करता हूँ। हर समय मैं आप के साथ एक हूँ।
हरिः ॐ तत्सत् !! ॐ स्वस्ति !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
२१ मई २०२५

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