Tuesday, 6 May 2025

सदैव हरिः नाम जपते रहो, कभी कुछ भी अमंगल नहीं होगा।

सदैव हरिः नाम जपते रहो, कभी कुछ भी अमंगल नहीं होगा। भगवान श्रीहरिः सर्वत्र हैं, सदा उनकी चेतना में रहो। वे सब की रक्षा कर रहे हैं। निरीह मूक पशु-पक्षी और सभी प्राणी भी उनकी ही संतान हैं। वे सभी का कल्याण करते हैं। .

"वेदान्त के ब्रह्म ही साकार रूप में प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण स्वयं हैं, वे ही योगियों के परमशिव और पुरुषोत्तम हैं, और वे ही परमेष्ठि परात्पर सद्गुरु हैं| तत्व रूप से कोई भेद नहीं है|"
"आदि अंत कोउ जासु न पावा| मति अनुमानि निगम अस गावा||
बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना| कर बिनु करम करइ बिधि नाना||
आनन रहित सकल रस भोगी| बिनु बानी बकता बड़ जोगी||
तनु बिनु परस नयन बिनु देखा| ग्रहइ घ्रान बिनु बास असेषा||
असि सब भाँति अलौकिक करनी| महिमा जासु जाइ नहिं बरनी||"
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समय बहुत अधिक खराब चल रहा है। चारों ओर अधर्म का बोलबाला है। इस अधर्ममय वातावरण में हमारी रक्षा श्रीहरिः ही कर सकते हैं। 🔥🌹🙏🕉🕉🕉🙏🌹🔥
कृपा शंकर
७ मई २०२२

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