Friday, 6 June 2025

भजन गायकी और कथावाचन एक व्यवसाय/व्यापार है जिसका लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना है ---

 हम लोग भजन गायकों और कथावाचकों को पूज्य/पूज्या संत मान लेते हैं, यह हमारी बहुत बड़ी भूल है| भजन गायकी और कथावाचन एक व्यवसाय/व्यापार है जिसका लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना है| कई पुरुष और लड़कियाँ कथावाचक बन जाती हैं और उन के परिवार के लोग करोड़ों में खेलने लगते हैं|

अज्ञानतावश श्रौताओं में उन के पैर छूने, आशीर्वाद लेने, उन से दीक्षा लेने और उन पर चढ़ावा चढ़ाने की होड़ लग जाती है| यह गलत है|
इन भजन गायकों और कथावाचकों का अहंकार भी बहुत अधिक प्रबल होता है| कोई इन्हें कुछ कह दे तो ये उस का अपमान करने में देर नहीं लगाते|
७ जून २०२०

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