Friday, 6 June 2025

ईरान की वर्तमान विचित्र स्थिति और विश्व युद्ध का खतरा --

 ईरान की वर्तमान विचित्र स्थिति और विश्व युद्ध का खतरा -- (अति अति महत्वपूर्ण लेख, जिसका निश्चित प्रभाव भारत पर पड़ेगा)

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बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम (بِسْمِ ٱللَّٰهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ)॥ कल एक समाचार था कि ईरान ने ध्वनि की गति से १५ गुणा अधिक तीब्र गति से चलने वाली हाईपरसोनिक मिसाइल बना ली है। वहाँ की स्थिति बड़ी विचित्र है। वहाँ शिया मुल्ले-मौलवियों की सरकार है जो शिया शरीयत के अनुसार शासन चलाती है। वहाँ के मुल्ले-मौलवियों ने अपने मज़हब की बड़ी से बड़ी कसम खा रखी है कि जिस दिन भी उनके पास क्षमता होगी, वे इज़राइल को नष्ट कर के लालसागर में फेंक देंगे। वहाँ के मौलवियों ने यह भी कह रखा है कि जिस दिन वे अणु बम बना लेंगे, सबसे पहला निशाना इज़राइल को बनाएँगे। अब वे अणुबम बनाने के बहुत समीप हैं। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या इज़राइल शांत बैठेगा?
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ईरान के अधिकांश (लगभग ९०%) लोगों ने इस्लाम को मानसिक रूप से त्याग दिया है। वे इस्लामी कानूनों का उपयोग सिर्फ बहु-विवाह और तलाक के लिए करते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए हिजाब आवश्यक है, अन्यथा जेल में डाल कर उनकी हत्या तक कर दी जाती है। घर में हिजाब कोई महिला नहीं पहिनती। कोई महिला नमाज़ नहीं पढ़ती। पूरे ईरान में ८०,ooo से अधिक मस्जिदें बंद हो चुकी हैं, क्योंकि वहाँ कोई नमाज़ नहीं पढ़ता।
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अंतिम बात यह कह कर इस लेख को समाप्त करता हूँ कि यदि ईरान में मुल्ला-मौलवियों का ही राज रहा तो इज़राइल से युद्ध और महाविनाश तय है। किसी तरह यदि मुल्ला-मौलवियों का राज हट जाये तो ईरान उस क्षेत्र का सर्वाधिक विकसित देश होगा।
होरमुज जलडमरूमध्य में नौकानयन होते रहना, भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
७ जून २०२३

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